मेलघाट में सक्रिय फर्जी साहूकार, बिना रजिस्ट्रेशन व लाइसेंस के आदिवासियों की हो रही लूट !
मेलघाट : इस साल मेलघाट में रोजगार के अभाव में कुपोषण और पलायन से जूझ रहे मेलघाट के लोगों की एक गंभीर तस्वीर सामने आ रही है.
मेलघाट के धरणी और चिखलदरा तालुका के हर गाँव में, विभिन्न स्थानों पर फर्जी साहूकार सक्रिय हो गए हैं और संबंधित प्रशासन की लापरवाही के कारण, यह देखा गया है कि ये फर्जी साहूकार और उनका व्यवसाय फला-फूला है. मेलघाट के गरीब मजदूरों को अवैध रूप से आदिवासियों को उधार देकर उनके कीमती गहने, आठ-सात फार्म हाउस या खरीद पत्र, खाली बैंक चेक आदि गिरवी रख दिए जाते हैं.
इसके बाद पैसे चुकाने के लिए गंभीर मामले सामने आए हैं. जिसमें फर्जी साहूकारों ने थोड़ी देर के बाद उधार का सामान छीन लिया. ऐसे में पहले से ही बेरोजगारी से जूझ रहे आदिवासियों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है. सोनारा की जिस दुकान पर कीमती जेवरात रख कर पैसे उधार दिए जाते हैं, वहां भी अवैध कर्ज देना शुरू हो गया है.
समय पर रुपये नहीं लौटाने पर जेवर छीन लिए जाते हैं. इतना ही नहीं, लोन पर १०% से २०% तक ब्याज लगता है. अब वरिष्ठ प्रशासन को इस ओर विशेष ध्यान देकर उचित कार्रवाई करने की आवश्यकता है, अन्यथा मेलघाट के नागरिकों को अवैध उधार के धंधे में लिप्त होकर आर्थिक शोषण सहना पड़ेगा.